दक्षिण पश्चिम ईरान, SAEDNEWS, 11 फरवरी 2021 : ड्रिल, जिसका नाम "पयंबर-ए आज़म 16 (द ग्रेट पैगंबर)" है, में विभिन्न आईआरजीसी इकाइयाँ जैसे पैदल सेना, कमांडो, विशेष बल, बख़्तरबंद डिवीजन, तोपखाने, मिसाइल और ड्रोन इकाइयाँ, और ग्राउंड फ़ोर्स एयरबोर्न फ़ौज शामिल हैं।
आईआरजीसी ग्राउंड फोर्स के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद पाकपोर ने सैन्य अभ्यास की शुरुआत में कहा कि इसका उद्देश्य बलों और उपकरणों की नवीनतम उपलब्धियों और क्षमताओं और उनकी परिचालन शक्ति का आकलन करना है।
उन्होंने रेखांकित किया कि आईआरजीसी ग्राउंड फोर्स देश के लिए किसी भी संभावित खतरे का मुकाबला करने में पूरी तरह से सक्षम है।
ईरान के सशस्त्र बल पूरे वर्ष नियमित सैन्य अभ्यास करते हैं।
ईरानी अधिकारियों ने बार-बार रेखांकित किया है कि देश अपनी मिसाइल क्षमताओं सहित अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने में संकोच नहीं करेगा, जो पूरी तरह से रक्षा के लिए हैं, और यह कि ईरान की रक्षा क्षमताएं कभी भी वार्ता के अधीन नहीं होंगी। (स्रोत: तस्नीम)